दंतकथा - भेड़िया और मेमना Fable - The Wolf and the Lamb

दंतकथा - भेड़िया और मेमना संभव है कि ये दंतकथा बचपन में आपने पढ़ी हो। वर्तमान राजनीतिक हालात बयां करती ये दंतकथा अपनी समझ के आइने में एक बार फिर पढ़ें। Please scroll down for English version एक बार एक भेड़िया किसी पहाड़ी नदी में एक ऊंचे स्थान पर पानी पी रहा था। अचानक उसकी नजर एक भोले-भाले मेमने पर पड़ी , जो पानी पी रहा था। भेड़िया मेमने को देखकर अति प्रसन्न हुआ और सोचने लगा- ‘वर्षों बीत गए , मैंने किसी मेमने का मांस नहीं खाया। यह तो छोटी उम्र का है। बड़ा मुलायम मांस होगा इसका। आह! मेरे मुंह में तो पानी भी आ गया। क्या ही अच्छा होता जो मैं इसे खा पाता।’ और अचानक वह भेड़िया चिल्लाने लगा- ”ओ गंदे जानवर! क्या कर रहे हो ? मेरा पीने का पानी गंदा कर रहे हो ? यह देखो पानी में कितना कूड़ा-करकट मिला दिया है तुमने ?“ मेमना उस विशाल भेड़िये को देखकर सहम गया। भेड़िया बार-बार अपने होंठ चाट रहा था। उसके मुंह में पानी भर आया था। मेमना डर से कांपने लगा। भेड़िया उससे कुछ गज के फासले पर ही था। फिर भी उसने हिम्मत बटोरी और कहा- ”श्रीमान! आप जहां पानी पी रहे हैं , वह...