Posts

Showing posts from January, 2025

क‍व‍िता - प्यार / कविता कृष्णपल्लवी

Image
क‍व‍िता -  प्‍यार कविता कृष्णपल्लवी   प्यार वही, सिर्फ़ वही कर सकता है जो निर्भय होI प्यार वही कर सकता है जिसका ह्रदय सघन संवेदनाओं से भरा हो अपने लोगों के लिएI फासिस्ट समय हमें अकेला करता हैI अकेलापन हमें भयग्रस्त करता हैI आतंक की ठंडी बारिश में दिन-रात भीगते रहते हैं हमारे ह्रदय, अकड़ते और सिकुड़ते हुए धीरे-धीरे अपनी सारी संवेदनाएँ खो देते हैंI सुन्दरता और कला और मनुष्यता बस यही होती है कि हम सुनते रहते हैं एक प्रेतात्मा को खून सनी उँगलियों से पियानो बजाते हुए और उसके आदी होते रहते हैंI इसतरह न जाने कब हम खो देते हैं प्यार करने की अपनी कूव्वत और उदास पेड़ बन जाते हैं सड़क किनारे खड़े जिससे होकर हत्यारे रोज़ गुज़रते हैंI पेड़ से मनुष्य बनने के लिए होना पड़ेगा निर्भय ढूँढ़ने होंगे संगी-साथी और तनकर खडा होना होगा फासिस्ट समय के ख़िलाफ़, अपनी अपहृत संवेदनाओं को फिर से पाने के लिए लड़ना होगा एक कठिन युद्ध और प्यार करने का दुर्लभ और कठिन हुनर फिर से सीखना होगाI

कहानी - माँ और बेटा / गाय दी मोपासां Story - Mother And Son / Guy de Maupassant

Image
कहानी - माँ और बेटा गाय दी मोपासां For English version please scroll down  रात का खाना खत्म कर मर्दो की टोली धूम्रपान कक्ष में बातचीत कर रही थी। वे सब अप्रत्याशित विरासत और विचित्र रूप से पैतृक धन मिल जाने के विषय पर चर्चा कर रहे थे। तब मास्टर ले ब्रुमेंट आगे बढ़े और आग की ओर अपनी पीठ करके खड़े हो गए। उन्हें हम लोग कभी एक शानदार न्यायाधीश तो कभी शानदार वकील कहा करते थे। उन्होंने कहा , मुझे एक ऐसे उत्तराधिकारी को ढूँढ़ना है , जो चिंताजनक परिस्थितियों में अजीब तरीके से गायब हो गया है। आम तौर पर यह जिंदगी में सामने आनेवाली भयावह घटनाओं में से एक है। शायद ऐसी घटनाएँ आए दिन होती हैं , लेकिन जहाँ तक मैं समझता हूँ , जिस घटना का जिक्र मैं कर रहा हूँ , वह शायद सबसे डरावनी है। उस घटना से जुड़े ये कुछ तथ्य हैं , जो मैं आप सबके सामने रख रहा हूँ - करीब छह महीने पहले मैं एक ऐसी महिला के सामने खड़ा था, जो अपनी अंतिम साँसें ले रही थी। उसने मुझसे कहा , महोदय , मैं आपको एक ऐसी जिम्मेदारी सौंप रही हूँ , जो सबसे संकटपूर्ण , सबसे कठिन और सबसे ज्यादा थका देनेवाली है। कृपा कर मेरी उस वसीयत को पढ़ ल...

मार्क्‍सवाद की महत्‍वपूर्ण कृति ‘ड्यूहरिंग मत-खण्‍डन’ की पीडीएफ फाइल PDF file of important writing of Marxism 'Anti-Duhring'

Image
मार्क्‍सवाद की महत्‍वपूर्ण कृति ‘ड्यूहरिंग मत-खण्‍डन’ की पीडीएफ फाइल PDF file of important writing of Marxism 'Anti-Duhring' हिन्‍दी पीडीएफ फाइल डाउनलोड लिंक   Link for English PDF File डाउनलोड करने में कोई समस्‍या आये तो 9892808704 पर व्‍हाटसएप्‍प संदेश भेजें For English preface please scroll down  प्रकाशक की ओर से एंगेल्स ने ‘ड्यूहरिंग मत-खण्‍डन’ की रचना 1876 - 1878 के दौरान की। वह पूंजीवाद के तीव्र किंतु अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण विकास का काल था। इसके साथ ही उस समय तक पूंजीवादी उत्पादन का विकास अपने इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया था। 1873 के विश्व आर्थिक संकट के कारण इजारेदारी संघों का तीव्र और व्यापक विकास हुआ। वह इजारेदारी-पूर्व पूंजीवाद से इजारेदारी पूंजीवाद में संक्रमण काल की शुरूआत थी , जो बीसवीं सदी के प्रारंभ में समाप्त हुआ। विश्व इतिहास में बुनियादी महत्व की घटना , जिसने सर्वहारा वर्ग के मुक्ति संघर्ष में एक नये दौर का सूत्रपात किया , पेरिस कम्यून (1871 ) था। सर्वहारा अधिनायकत्व स्थापित करने के इस प्रथम प्रयास के अनुभव ने यह सिद्ध कर दिया कि सर्वहारा क्...