दूधनाथ सिंह की कहानी - नपनी
दूधनाथ सिंह की कहानी - नपनी दूधनाथ सिंह (जन्म:17 अक्टूबर, 1936 एवं निधन 11 जनवरी, 2018) आधुनिक हिन् दी साहित् य के सबसे प्रसिद्ध कहानीकारों में से एक हैं कार स्टार्ट होते ही पिता जी ने पुत्र को आदेश दिया कि वह ट्रांजिस्टर बंद कर दे - `ये सब रद्द फद्द सुनने की क्या जरूरत है? कोई समाचार है। वे लोग क्या कर रहे हैं और कौन क्या बक रहा है, इससे हमें क्या मतलब? बेफालतू।' उन्होंने भुनभुना कर कहा। लड़के ने उनके चढ़े हुए तेवर देखे तो ट्रांजिस्टर बंद कर दिया। 'वैसे मैं गाना सुनने जा रहा था।' उसने सफाई दी। 'गाना फाना खाने को दे देगा?' पिता जी ने घुड़की दी। उन्होंने पीछे मुड़ कर देखा। उनकी पत्नी, बेटी और बड़े बेटे के दो बच्चे। बच्चों ने बाबा को घूरते देखा तो वे सिटपिटा गये। 'और वो नपनी कहाँ है?' पिता जी ने पूछा। लड़के ने बताया कि नपनी और अधिकारी जी और चपरासी पीछे वाली कार में हैं। 'भागलपुर कितने मील है?' पिता जी ने पूछा। उनको बताया गया कि भागलपुर कितनी दूर है। पिता जी ने जेब से एक मैला कुचैला पर्स निकाला, खोल कर देखा औ...